अटल के 'गहरे रिश्ते' को नहीं भुला पाएगा 'अल्मोड़ा'

बृजेशतिवारी,अल्मोड़ा

एककवि,साहित्यकार,पत्रकारऔरकुशलराजनीतिज्ञभारतरत्‍‌नअटलबिहारीबाजपेईकाउत्तराखंडकीसांस्कृतिकराजधानीअल्मोड़ासेभीगहरारिश्तारहाहै।उनकेजानेसेजहांपूरादेशआहतहैवहींदेवभूमिकीसांस्कृतिकनगरीअल्मोड़ाकेलोगोंकोभीइसअपूरणीयक्षतिसेगहराधक्कालगाहै।गुरुवारकोदिनभरजहांबड़ेबुजुर्गोउनकीयादोंकेकिस्सेसुनातेदिखाईदिए।वहींउनकेनिधनकाखबरपातेहीउनकीआंखोंमेंआंसूछलकआए।

भारतरत्नअटलबिहारीबाजपेईअपनेराजनीतिकजीवनकेदौरानकईबारअल्मोड़ाआए।हरबारवहयहांआकरअपनेशुभचिंतकोंसेमुलाकातकरतेऔरविभिन्नमुद्दोंपरबहसभीकरते।मजेकीबातयहहैकिअपनेअल्मोड़ाभ्रमणकेदौरानबाजपेईकभीभीसर्किटहाउसमेंनहींरहे।वहजबभीयहांआतेतोवहतत्कालीनविधायकयाफिरअविभाजितउत्तरप्रदेशपर्वतीयविकासमंत्रीसोबनसिंहजीनाकेघरपरनिवासकरते।वर्ष1967में¨हदीदिवसकेमौकेपरबाजपेईअल्मोड़ाआएथे।तबनगरकेप्रमुखव्यवसायीदेवेंद्रलालसाहसमेतअनेकलोगोंनेबड़ेहीउत्साहकेसाथउनकास्वागतकियाथा।विदेशमंत्रीकापदछोड़नेकेबादफिरबाजपेईफिरअल्मोड़ाआएथे।उन्हेंयहांकाप्राकृतिकसौंदर्यकाफीभाताथा।बाजपेईनेअपनीबातोंमेंकईबारअल्मोड़ाकोअपनेपंसदीदाशहरोंमेंभीशुमारकियाथा।बाजपेईजबभीनंदादेवीकेप्रांगणमेंआतेथेतोउन्हेंसुननेकेलिएयहांलोगोंकीभीड़उमड़आतीथी।हरविचारधाराऔरपार्टीसेजुड़ेलोगउनसेमिलनेआतेऔरउन्हेंसुनकरउनसेबातेंभीकरते।उनकाशब्दजालऔरऔरउनकेबोलनेकीकलासभीकोअपनीओरआकर्षितकरतीथी।स्व.जीनाकेआवासपरआयोजितपत्रकारसम्मेलनकेदौरानएकबारपत्रकारोंनेउनसेइंदिरागांधीकेबारेमेंसवालपूछातोउन्होंनेबड़ेहीनपेतुलेशब्दोंमेंउसकाजवाबदिया।उन्होंनेकहाकिसरकारकीआर्थिकनीतिठीकनहींहै।भारतमेंगरीबीकाफीपहलेखत्महोगईहै।इंदिराजीकेगरीबीहटाओकेनारेकेप्रतिउत्तरमेंअटलजीनेकहाकिकांग्रेसियोंनेगरीबीकोजड़सेउखाड़दियाहै।

पार्टीविरोधी,लेकिनमेरीविचारधाराकेप्रतिईमानदार

भारतरत्‍‌नऔरदेशकेपूर्वप्रधानमंत्रीअटलबिहारीबाजपेईकाअल्मोड़ाकीप्रेससेभीगहरारिश्तारहाहै।वहजबभीयहांआतेतोवहकुछसमयपत्रकारितासेजुड़ेलोगोंकेसाथअवश्यबितातेथे।इसदौरमेंहंसीठिठोलीकाभीमाहौलहोताथा।एकबारअटलजीनेपत्रकारोंकोसंबोधितकरतेहुएकहाकिअल्मोड़ाकीप्रेसउनकीपार्टीकीविचारधाराकीहमेशाविरोधीरहीहै।लेकिनउनकेभाषणऔरविचारधाराकोअल्मोड़ाकीप्रेसईमानदारीसेप्रकाशितकरतीहै।उसदौरमेंअल्मोड़ाकेकईपत्रकारोंकीबाजपेईसेनजदीकियांभीबढ़गईथी।

फोटो=16एएलएमपी32-किशनगुरुरानी

आजभीयादहैबाजपेईकाग्रेकलरकाशूट

अल्मोड़ा:बाजपेईजीकेअल्मोड़ाभ्रमणकेदौरानउनकेकरीबरहेसामाजिककार्यकर्ताकिशनगुरुरानीभीउनकेनिधनसेकाफीआहतहैं।उनकाकहनाहैकिबाजपेईजीकेसानिध्यमेंरहनेसेउन्हेंकईचीजेंसीखनेकोमिली।उन्होंनेबतायाकिविदेशमंत्रीबननेकेबादजबसरकारचलीगईतोवर्ष1978-79मेंवहअल्मोड़ाआएथेऔरइसबारउन्होंनेअपनीपसंदकाएकग्रेरंगकाशूटसिलवायाथा।तबवहउसीशूटकोपहनकरइधरउधरजातेथे।गुरुरानीकाकहनाहैकिउनकेउसशूटकेसाथउनकेसाथकियाभ्रमणवहआजभीनहींभूलेहैं।

अल्मोड़ामेंकईलोगरहेबाजपेईकेनजदीकी

अल्मोड़ा:भारतरत्‍‌नऔरदेशकेपूर्वप्रधानमंत्रीअटलबिहारीबाजपेईकेअल्मोड़ामेंकाफीलोगकरीबीरहे।जिनमेंसेकईलोगोंकानिधनहोगयाहै।अटलकेमुरीदोंनेअपनेमनमेंउनकीयादोंकोताउम्रजीवंतरूपमेंसंजोएरखा।मदनमोहनजोशी,शिरीषपांडेवदेवेंद्रलालसाहजैसेअनेकलोगहैं,जिन्हेंउनकेकरीबियोंमेंगिनाजाताहै।