बेल के ग्रामीणों ने नहीं किया होलिकादहन
औरंगाबाद।होलीएवंहोलिकादहनकोलेकरहरगांवएवंशहरमेंरौनकदिखीपरंतुबेलगांवकेग्रामीणउदासरहे।यहांविवादकेकारणहोलिकादहननहींहुआ।पांचवर्षोंसेहोलिकादहनकेजमीनकोलेकरविवादचलरहाहै।मामलान्यायालयमेंचलरहाहै।ग्रामीणअजयवर्मा,संतोषत्रिवेदी,दिलीप¨सह,रवींद्रकुमार,अरूणकुमार,वीरेंद्रकुमार¨सह,नेपालीमिस्त्री,गोपालयादवनेबतायाकिजबतकन्यायालयकामामलानहींआएगातबतकहमसभीनतोहोलिकादहनऔरनहीहोलीखेलेंगे।हमसभीकेपूर्वजउसीजमीनपरहोलिकादहनकरतेआरहेथेपरंतुएकपक्षकेलोगोंनेबेवजहकाविवादबढ़ाया।होलिकादनकीजमीनकोकब्रिस्तानकीजमीनबताचारदीवारीकरदियागया।इसीकोलेकरविवादचलरहाहैमामलान्यायालयमेंलंबितहै।ग्रामीणोंनेबतायाकिपांचवर्षोंसेहमहोलिकादहननहींजलातेहैं।कईबारशिकायतकियापरंतुअबतकहमेंन्यायनहींमिला।होलिकादहनकेदिनप्रत्येकवर्षतनावरहताहै।तनावकोदेखतेहुएयहांप्रत्येकवर्षदंडाधिकारीकेसाथपुलिसबलकीतैनातीकीजातीहै।बीडीओकुमारशैलेंद्रएवंथानाध्यक्षहरेंद्रकुमारपूरेदिनस्थितिकाजायजालेतेरहे।ग्रामीणोंसेशांतिव्यवस्थाकायमरखनेकीअपीलकी।