घर जाने की ललक, साइकिल ही सहारा

संवादसहयोगी,फगवाड़ा:कोरोनासंकटकेदौरानप्रदेशमेंकामकरनेवालेश्रमिकोंकाअपनेघरजानेकासिलसिलाजारीहै।हालांकिप्रदेशऔरकेंद्रसरकारश्रमिकोंकोउनकेराज्यतकपहुंचानेकेलिएकईप्रयासकररहीहैजिसमेंश्रमिकस्पेशलट्रेनवबसेंआदिशामिलहै।इसकेबावजूदपंजाबसेश्रमिकअपनेसाईकिलववाहनसेअपनेअपनेगृहराज्योंकेलिएजातेहुएदिखाईदेरहेहैं।मंगलवारकोफगवाड़ाकेशुगरमिलचौकपरउपस्थितवाराणसीकेरहनेवालेमहेंद्रकुमार,रोहितकुमार,कमलेश,सुनीलकुमार,मुरलीकुमारनेबतायाकिवहकामकेसिलसिलेसेजालंधरमेंआएथे।कोरोनासंकटकेचलतेकामकाजबंदहोगयाहै।उनकेपासनातोखानेकेलिएकुछथाऔरनहमारेपासमकानकाकिरायादेनेकेलिएपैसे।मकानमालिकबारबारकिरायामागरहेथे।जिसकेचलतेसभीने12मईकोसाइकिलपरहीघरकेलिएनिकलनेकामनबनालिया।रास्तेमेंएकव्यक्तिनेखानाखिलायाथाऔरखानाकासामानभीदिया।

एकतरफसरकारकहरहीहैकिभोजनकीकमीनहींहोनेदीजाएगीलेकिनऐसाकुछभीनहींदिखरहा।यदिलोगराहगीरोंकीमददनकरेंतोयेश्रमिकभूखसेहीमरजाएंगे।श्रमिकोंनेबतायाकिउन्हेंयूपीस्थितवाराणसीजानाहैजिसकेलिएउन्हेंकमसेकमचारदिनकासमयलगेगा।

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