गलत जानकारी देने पर 25 हजार रुपये तक लग सकता है जुर्माना
चतरा:मुख्यसूचनाआयुक्तआदित्यस्वरूपशनिवारकोचतरापहुंचें।उन्होंनेसमाहरणालयस्थितकांफ्रेंसहॉलमेंआयोजितसूचनाअधिकारअधिनियम2005विषयपरएकदिवसीयकार्यशालामेंभागलिया।कार्यशालाकोसंबोधितकरतेहुएमुख्यसूचनाआयुक्तनेसूचनाकाअधिकारअधिनियमकेबारेमेंविस्तारपूर्वकबताया।उन्होंनेकहाकिदेशमेंसूचनाअधिकारअधिनियम2005मेंलागूहुआ।जिसकाउपयोगकरकेसरकारऔरकिसीभीविभागसेसूचनामांगाजासकताहै।जिनमेंसरकारीविभाग,पब्लिकसेक्टरयूनिट,गैरसरकारीसंस्थाएंवशिक्षणसंस्थाएंआदिविभागइसमेंशामिलहैं।कहाकिअधिकारअधिनियममेंपूर्णत:निजीसंस्थाएंइसकेदायरेमेंनहींआतेहैं।लेकिनयदिकिसीकानूनकेतहतकोईसरकारीविभागकिसीनिजीसंस्थासेकोईजानकारीमांगसकताहै,तोउसविभागकेमाध्यमसेवहसूचनामांगीजासकतीहै।उन्होंनेकहाकिअगरलोकसूचनाअधिकारीआवेदनलेनेसेमनाकरताहै,तयसमयसीमामेंसूचनानहींउपलब्धकराताहैअथवागलतयाभ्रामकजानकारीदेताहै,तोदेरीकेलिए250रुपएप्रतिदिनकेहिसाबसे25000तककाजुर्मानाउसकेवेतनमेंसेकाटेजानेकाप्रावधानहै।आयुक्तनेउपस्थितअधिकारियोंकोविभिन्नधाराओंकेबारेमेंविस्तारसेबताया।उन्होंनेकहाकियदिकोईलोकसूचनाअधिकारीयहसमझताहैकिमांगीगईसूचनाउसकेविभागसेसंबंधितनहींहैतोयहउसकाकर्तव्यहैकिउसआवेदनकोपांचदिनकेअंदरसंबंधितविभागकोभेजेऔरआवेदककोभीसूचितकरे।ऐसीस्थितिमेंसूचनामिलनेकीसमयसीमा30कीजगह35दिनकरदियाजाताहै।इसमौकेपरउपायुक्तजीतेंद्रकुमारसिंह,डीआरडीएनिदेशकअनिलकुमार,अपरसमाहर्तासंतोषकुमारसिन्हा,सदरएसडीओराजीवकुमार,सिमरियाएसडीओदीपूकुमारसहितविभिन्नविभागोंकेअधिकारीउपस्थितहुए।