ईमानदारी की मिसाल बनी तिलेश्वरी देवी

संवादसहयोगी,हजारीबाग:थोड़ीसीधनराशिकेलिएजहांआजकलमार-काटपरउतारूहोजातेहैं।अपनेरिश्तेऔरसंबंधोंतककोभुलादेतेहैं।वहींसमाजमेंऐसेलोगभीहैंजोपराएधनकोमिट्टीकेसमानसमझतेहैं।इमानदारीकीऐसीहीमिसालसमाजकेसमक्षसदरविधानसभाक्षेत्रअंतर्गतदारूप्रखंडस्थितजिनगाग्रामनिवासीतिलेश्वरीदेवीनेपेशकियाहै।तिलेश्वरीदेवीकोजिलाग्रामीणविकाससमितिकार्यालयकेसमीपसेजिलाग्रामीणविकाससमितिकेसचिवसुनीलकुमारकाखोयाबैगमिला।इसमेंदोमोबाइल,एकटैब,चेकबुकवएकडायरीथी।महिलानेबैगतोउठालियालेकिनतुरंतअपनेघरलेजाकरअपनेपुत्रसुदामाकोसारीबातबताई।बेटासुदामाकोसंबंधितफोननंबरनिकालकरकालकरकेसूचनादेनेकानिर्देशदिया।वहींदूसरीओरसुनीलकुमारबैगखोनेकेपश्चातपरेशानहोगएऔरतत्कालकोर्राथानेमेंजाकरलिखितसूचनादेनेपहुंचगए।इसबीचसुदामाकुमारकाकॉलआयाऔरबैगकेबारेमेंजानकारीदी।बतायाकिबैगऔरसारासामानसुरक्षितहै।आपजिनगाआकरलेजाए।इतनासुननेकेबातसुनीलकुमारकोराहतमिली।इसकेबादतुरंतसुनीलजिनगापहुंचेऔरउनकेआवासजाकरबैगप्राप्तकिया।