महिलाओं को मिले आर्थिक, बौद्धिक तथा आध्यात्मिक स्वतंत्रता: कुलपति

मधुबनी।शिवनन्दननंदकिशोरमिश्रमहाविद्यालयभैरवस्थानकेसंस्थापकस्व.शिवनन्दनमिश्रकी15वींपुण्यतिथिमहाविद्यालयप्रशासननेसमारोहपूर्वकगुरुवारकोमनाया।ललितनारायणमिथिलाविश्वविद्यालयकेकुलपतिडा.सुरेन्द्रकुमार¨सह,प्रो.मुनेश्वरयादव,महाविद्यालयकेसचिवकेशवकिशोरमिश्र,पूर्वमंत्रीकृपानाथपाठकनेसंयुक्तरूपसेदीपप्रज्वलितकरतथास्व.मिश्रकेतैलचित्रपरपुष्पांजलिअर्पितकरसमारोहकीशुरूआतकी।

समारोहमें'ग्रामीणक्षेत्रमेंनारीकाशैक्षणिकसशक्तीकरण'परसंगोष्ठीकाआयोजनकियागया।अपनेसंबोधनमेंकुलपतिडा.¨सहनेकहाकिशिक्षासिर्फडिग्रीलेनेतकसीमितनहींहो,शिक्षाबहुमुखीहोजिसकालाभसमाजवदेशकोमिले।उन्होनेविषयपरचर्चाकरतेहुएकहाकिविभिन्नएजेंसीकासर्वेरिकार्डगवाहहैकिमहिलाएंपुरुषोंकीतुलनामें20प्रतिशतज्यादाकामकरतीहैं।चाहेयहकामघरेलूहोअथवाअन्नउत्पादनकाहो।कहाकिमहिलाओंकेहिस्सेमेंकुलआयकादसप्रतिशततथाकुलसंपत्तिकामात्रएकप्रतिशतहिस्साजाताहै,यहबिडंबनाहै।इसबिडंबनाकोआर्थिक,बौद्धिकतथाआध्यात्मिकस्वतंत्रतादेकरतोड़ाजासकताहै।इसकेलिएसिर्फशैक्षणिकडिग्रीप्राप्तकरनाहीकाफीनहींहै,बल्किविश्वविद्यालयकोइसहेतुप्रोफेशनलएक्सपर्टतैयारकरनाहोगाजोसमाजकेविकासमेंअपनीभागीदारीदेगा।तबजाकरमहिलाऔरपुरूषमेंअन्त‌र्द्वन्द्वकीखाईपाटीजासकतीहै।आगतअतिथियोंकोसचिवकेशवकिशोरमिश्रनेसिक्कीमौनीसेबनेसामान,पागदोपटाएवंमहात्मागांधीकाचित्रदेकरसम्मानितकिया।

संगोष्ठीपरप्रो.मुनेश्वरयादव,कृपानाथपाठक,हरिनाथझा,गिरीन्द्रकरझा,प्रो.विवेकानन्दमिश्र,प्राचार्यचन्द्रशेखरझा,मनोजकुमारचैधरी,रमेशझा,रतनकुमारझा,रमानन्दझा,बोधनाथमिश्र,सरोजकुमारमिश्र,अनिलकुमारझासहितदर्जनोंवक्ताओंनेअपनेविचाररखे।इससेपूर्वकुलपतिनेभैरवस्थानमंदिरतथाजमुथरिस्थितगौरीशंकरमहादेवमंदिरमेंपूजाअर्चनाभीकी।