पार्टी नेताओं ने स्वीकारा, आजादी के बाद बंगाल में माकपा की इतनी बुरी स्थिति कभी नहीं रही
राज्यब्यूरोकोलकाता।कोलकातामेंकलसेशुरूहुएमाकपाके26वेंराज्यसम्मेलनमेंपार्टीनेताओंनेस्वीकारकियाकिआजादीकेबादबंगालमेंमाकपाकीइतनीबुरीस्थितिकभीनहींरही।जनताकेसमर्थनमेंभीभारीगिरावटआईहै।राज्यसम्मेलनमेंसंगठनमेंबदलावकाआह्वानकियागया।
कोलकाताकेप्रमोददासगुप्ताभवनमेंशुरूहुए सम्मेलनमेंपेशकीगईएकरिपोर्टमेंबतायागयाकिपिछलेचारवर्षोंमेंपार्टीसदस्योंकीसंख्या24हजारघटीहै।2018मेंबंगालमेंपार्टीकेसदस्योंकीसंख्याएकलाख84हजार740थी।2021मेंताजानवीनीकरणकेबादयहसंख्याएकलाख60हजार820होगईहै।जिलासमितियोंकीरिपोर्टमें30से40प्रतिशतसदस्योंकीनिष्क्रियताकाउल्लेखकियागयाहै।
सम्मेलनमेंएकराजनीतिकऔरसंगठनात्मकरिपोर्टपेशकरतेहुएपार्टीकेराज्यसचिवसूर्यकांतमिश्रानेकहाकिराज्यकीकम्युनिस्टपार्टीआजादीकेबादसेइतनीमुश्किलस्थितिमेंकभीनहींरहीथी।ऐसीस्थितिकभीनहींरहीजबविधानसभामेंकोईप्रतिनिधिनहो।भाजपाऔरतृणमूलदोनोंदलोंकेखिलाफएकसाथलड़नाहोगा।उन्होंनेइसस्थितिसेनिपटनेकेलिएउचितआंदोलनऔरसंगठनकोमजबूतकरनेकाआह्वानकिया।उन्होंनेकहाकिइससेकैसेनिपटाजाएइसपरसम्मेलनमेंविस्तारसेचर्चाकीजाएगी।
पार्टीसूत्रोंकेमुताबिकउद्घाटनसत्रमेंमाकपा महासचिवसीतारामयेचुरीनेयाददिलायाकिराज्यमेंपार्टीकेसांगठनिकअधिवेशनकोलगभगछह सालबीतचुकेहैं।प्लेनमकेसभीफैसलोंकोअभीतकलागूनहींकियागयाहै।समितिमेंयापदपर कईऐसेहैंजोसक्रियरूपसेअपनेकर्तव्योंकापालननहींकरतेहैं।उनकेअनुसारबंगालमेंसंगठनकोपुनर्गठितकरनेकीजरूरतहै।गौरतलबहैकिमाकपाका25वांराज्यसम्मेलन2018मेंआयोजितकियागयाथा।