परिजनों के आक्रोश को देख अस्पताल से गायब हुए कर्मी
सिवान।ओपीक्षेत्रकेमदारपुरराजपूतटोलामेंगुरुवारकोनहानेकेदौरानएकसाथतीनबच्चोंकीमौतकीघटनासेपूरेगांवमेंसनसनीफैलगई।इसघटनानेसभीकोझकझोरकररखदियाहै।परिजनोंकीचीत्कारसेपूरेगांवमेंशोकव्याप्तहै।बतादेंकिगड्ढेमेंडूबनेसेतीनबच्चोंकीमौतहोचुकीथी,लेकिनग्रामीणबच्चोंकोबेहोशीहालतमेंसमझअस्पताललेकरपहुंचे,जहांचिकित्सकोंकोनहींदेखतीनोंबच्चोंकोग्रामीणोंनेबेडपररखकरअस्पतालगेटपरबैठप्रदर्शनशुरूकरदिया।ग्रामीणोंकाकहनाथाकियदिचिकित्सकद्वाराबच्चोंकाइलाजकियाजातातोउनकीजाननहींजाती।वहींचिकित्सकडॉ.इम्तेयाजअहमदनेबतायाकितीनोंबच्चेकीमौतपूर्वमेंहीहोचुकीथी।ग्रामीणोंकेआक्रोशकोदेखतेहुएसभीस्वास्थ्यकर्मीदुबकगएथे।वहींचिकित्सापदाधिकारीडॉ.राजेशरंजननेग्रामीणोंकेआरोपकोनिराधारबताया।प्रदर्शनकरनेवालोंमेंरमेशसिंह,जशवंतसिंहउर्फचुन्नूसिंह,राकेशयादव,राजेश्वरप्रसाद,मिथिलेशसाह,मोनूसोनी,रमाशंकरसाह,राजनारायणसिंह,नीरजसाह,राजूसाह,देवेश्वरमांझी,अनिलपासवान,बीडीसीमैनेजरयादव,संजययादवआदिशामिलथे।सूचनापरपहुंचेमहाराजगंजएसडीओमंजीतकुमारप्रखंडप्रमुखप्रतिनिधिनरेंद्रसिंह,मुखियासंघकेप्रखंडअध्यक्षअजीतकुमारसिंहउर्फपप्पूसिंहसमेतअन्यलोगोंनेमृतककेपरिजनकोमुआवजातथाचिकित्साकर्मियोंकेविरुद्धकार्रवाईकाआश्वासनदेकरशांतकराया।जानकारीहोकिराजनकुमारवर्गपांचतथाबंटीकुमारवर्गतीनकाछात्रथा।यहदोनोंगांवकेहीमध्यविद्यालयमेंपढ़तेथे।वहींदीपूकुमारएकदिनपूर्वअपनीबहनहरिशंकरपंडितकेघरआयाथा।वहहरिशंकरपंडितकासालाथा।
विद्यालयकेशिक्षकोंनेपरिजनोंकोदीसांत्वना:
मृतकराजनकुमारतथाबंटीकुमारमदारपुरराजपूतटोलास्थितमध्यविद्यालयमेंपढ़तेथे।बच्चोंकीमौतकीसूचनामिलतेहीविद्यालयकेप्रधानाध्यापिकामाधुरीकुमारी,शिक्षकप्रकाशप्रसाद,हरिलालयादव,रामनाथसिंह,हैदरअली,अकबरअली,चंद्रशेखरप्रसादपहुंचकरपरिजनोंकोढाढ़सबंधायाऔरशोकव्यक्तकी।शिक्षकोंनेबतायाकिराजनकुमारवर्गपांचतथाबंटीकुमारवर्गतीनमेंपढ़ताथा।दोनोंबच्चेकाफीहोनहारएवंमृदुभाषीथे।बहनकारो-रोकरबुराहाल:
मृतदीपूकुमारअपनीबहनकेघरएकदिनपहलेहीआयाथा।इसघटनाकेबादउसकारो-रोकरबुराहालहै।वहमहम्मदामध्यविद्यालयमेंवर्गछहमेंपढ़ताथा।जबस्कूलबंदहोताथातबअपनीबहनकेघरआजाताथा।उसेदोबहनहैं।दोनोंकीशादीहोचुकीहै।परिजनोंकीचीत्कारसेगांवमेंछायाशोक:
राजनएवंबंटीकुमारकीमौतकेबादउसकेपरिजनोंका
रो-रोकरबुराहालहै।ग्रामीणपरिजनोंकोसांत्वनादेरहेथे।राजनदोभाईएवंदोबहनथा।वहभाइयोंमेंछोटाथाऔरअपनीअंधीमांकासहाराथा।इसघटनाकेबादमांआशादेवी,पिताराजकुमारपंडितसमेतअन्यपरिजनोंकारो-रोकरबुराहालहै।वहींबंटीकीमांचितादेवीबच्चेकोबार-बारखोजतेहुएबेहोशहोजारहीथी।उसेपड़ोसीमहिलाएंकिसीतरहसंभालरहीथी।उसकेपितादिल्लीमेंनौकरीकरनेगएहैं।बंटीतीनभाइयोंमेंमाझिलथा।