राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी का विरोध : तमिलनाडु ने कहा कि यह ग्रामीण विद्यार्थियों को हतोत्साहित करेगा
चेन्नई,सातसितंबर(भाषा)तमिलनाडुनेराष्ट्रीयशिक्षानीति-2020केउसप्रस्तावकाविरोधकियाहैजिसमेंकहागयाकिराष्ट्रीयपरीक्षाएजेंसी(एनटीए)द्वाराप्रवेशपरीक्षाकरायाजानाचाहिए।राज्यनेसोमवारकोकेंद्रसेकहाकिइसकदमसेग्रामीणविद्यार्थीहतोत्साहितहोंगे।तमिलनाडुकेउच्चशिक्षामंत्रीकेपीअनबालगननेकेंद्रीयशिक्षामंत्रीरमेशपोखरियाल‘निशंक’कोलिखेपत्रमेंकहा,‘‘राष्ट्रीयशिक्षानीति-2020मेंएनटीएद्वाराप्रवेशपरीक्षाकरानेकाप्रस्तावकियागयाहै।यहकदमग्रामीणविद्यार्थियोंकोहतोत्साहितकरेगाऔरतमिलनाडुसरकारऐसेप्रस्तावकेलिएतैयारनहींहै।इसकेसाथहीइससेविद्यार्थियोंपरबोझबढ़ेगा।’’तमिलनाडुनेराष्ट्रीयअर्हतासहप्रवेशपरीक्षाकाविरोधकियाहै।राष्ट्रीयशिक्षानीति(एनईपी)केमुताबिक,‘‘एनटीएप्रमुख,विशेषज्ञऔरस्वायत्तपरीक्षाकरानेवालासंगठनहोगाजोस्नातक,परास्नातकऔरउच्चशिक्षणसंस्थानोंमेंफेलोशिपकेलिएपरीक्षाकराएगा।’’एनईपीकेमुताबिकएनटीएकीउच्चगुणवत्ता,वृहदक्षेत्रऔरलचीलापनयुक्तपरीक्षासेवासेअधिकतरविश्वविद्यालयइससमानप्रवेशपरीक्षाकाइस्तेमालकरपाएंगे,बजायकिप्रत्येकविश्वविद्यालयअपनेस्तरपरपरीक्षाकराएंजिससेविद्यार्थियों,विश्वविद्यालयोंऔरमहाविद्यालयोंकेसाथ-साथपूरेशिक्षणप्रणालीपरसेबोझकमहोगा।अनबालगननेएईपीपरसरकारकेप्रारंभिकविचारकोव्यक्तकरतेहुएकहाकिप्रस्तावितनीतिमेंकहागयाहैकिउच्चशिक्षणसंस्थानोंकोक्षेत्रीयभाषामेंडिग्रीकीपेशकशकरनीचाहिए,परंतुइसकाअनुपालनपहलेसेहीतमिलनाडुमेंहोरहाहै।उन्होंनेकहाकितमिलनाडुदोभाषाकीनीतिकाअनुपालनकररहाहैऔरयहसफलरहाहै।इसलिएसरकारनेपहलेहीभविष्यमेंइसेजारीरखनेकाफैसलालेचुकीहै।मंत्रीनेकहाकिहमारालक्ष्यवर्ष2035तक50प्रतिशतसकलपंजीकरणअनुपात(जीईआर)हासिलकरनेकाहै।अखिलभारतीयउच्चशिक्षासर्वेक्षणकेमुताबिकतमिलनाडुमेंजीईआर49प्रतिशतकेस्तरपरपहुंचगयाहैऔरहमजल्दयहलक्ष्यहासिलकरलेंगे।