शांतिपूर्ण व अ¨हसक संघर्ष करते हुए सुधार के पक्षधर थे चतुरानन
मधुबनी।प्रसिद्धस्वतंत्रतासेनानीएवंवामपंथी¨चतकतथालेखकपूर्वकेंद्रीयमंत्रीस्वचतुराननमिश्रकाव्यक्तित्वबहुआयामीथा।जोआजीवनशांतिपूर्णवअ¨हसकसंघर्षकरतेहुएसुधारकेपक्षधरथे।चाहेयहसुधारसमाजकाक्षेत्रहोयाराष्ट्रका।उन्होंनेअपनेजीवनमेकभीभीअपनेसिद्धांतकेसाथसमझौतानहींकिया।उक्तबातेविश्वेश्वर¨सहउच्चविद्यालयनाहरबड़हगोड़ियामेंचचतुराननमिश्रस्मृतिमंचद्वाराआयोजितचतुराबाबूका93वेंजयंतीसमारोहपरउनकेप्रतिमापरमाल्यार्पणकरतेहुएरीजनलसेकेंडरीस्कूलकेनिदेशकडॉ.रामश्रृंगारपांडेयनेकही।
श्रीपांडेयनेकहाचतुराबाबूजैसेराजनीतिज्ञआजकेसमयमेविरलेहीमिलतेहैं।इमानदारराजनीतिज्ञकेप्रतीकभीथेचतुराबाबू।वहीकिसानमजदूरमंचकेजिलासंयोजकजटाधरझानेकहाकिछात्रजीवनसेहीचतुराबाबूराजनीतिमेंरूचिलेनेलगे।अंग्रेजीसरकारकेखिलाफचलाएजारहेआंदोलनमेंउन्होंनेसक्रियरूपसेभागलेनाशुरुकरदिया।1942मेंवोजेलभीगए।अपनेकर्मकेबलपरराज्यसभाकेसदस्यएवंभारतसरकारकृषिमंत्रीकेपदपरकाबिजहुए।फिरभीइनपरकिसीतरहकाभ्रष्टाचारकाआरोपनहींलगा।डॉ.एसएनठाकुरनेकहाकिचतुराबाबूकेंद्रीयकृषिमंत्रीकेरूपमेंभीबेहतरकामकिया।चतुराननस्मृतिमंचकेसंयोजकसंतोषकुमारमिश्रचुन्नूनेकहाकिबिहारप्रदेशट्रेडयूनियनकांग्रेसकिस्थापनाइन्हींकादेनहै।वेट्रेडयूनियनकेराष्ट्रीयअध्यक्षभीबने।1988मेंभारतीयकम्युनिस्टपार्टीकेराष्ट्रीयसचिवमंडलकेसदस्यबने।ग्यारहसालबिहारविधानसभाकेसदस्यरहे।दोबारराज्यसभाकेसदस्यबने।वहींएकबारलोकसभाकेसदस्यबनकरकेंद्रीयकृषिमंत्रीबने।इतनेपदोंपररहतेहुएभीश्रीमिश्रअनुशासनकेप्रबलपक्षधरथे।भाकपाकेराज्यपरिषद्सदस्यलक्ष्मणचौधरीनेकहाकिचतुराबाबूशोषितपीड़ितकेमसीहाथे।संगठनकरनेकिउनमेंअछ्वुतक्षमताथी।
इसअवसरपरविद्यालयकेअध्यक्षप्रभूनारायणझा,प्रभारीप्रधानाध्यापकमनोजकुमारझा,संजयकुमारमहतो,समाजसेवीउमेशझा,राहुलकुमारझा,संजयकुमारझा,दयानंदझा,राकेशकुमार,कामेंद्रमंडलआदिनेभीमाल्यार्पणकिया।