शिक्षा दिवस के रूप में मना भारत रत्न अबुल कलाम आजाद का जन्मदिन

संवादसहयोगी,जमालपुर(मुंगेर):जमालपुरनगरकांग्रेसकमेटीकार्यालयमेंरविवारकोभारतरत्नमौलानाअबुलकलामआजादकाजन्मदिवसराष्ट्रीयशिक्षादिवसकेरूपमेंमनायागया।

कार्यक्रमकीअध्यक्षताकांग्रेसनगरअध्यक्षसाईंशंकरनेकी।जबकि,मुख्यअतिथिकेरूपमेपूर्वप्राचार्यडॉओमप्रकाशप्रियंवद,विशिष्टअतिथिब्रह्मदेवचौरसिया,अशोकपासवान,अरुणकुमारमंडलएवंइंद्रदेवमंडलआदिउपस्थितथे।

मुख्यअतिथिडॉक्टरओमप्रकाशप्रियंबदनेकहाकिमौलानासाहबएकमहानस्वप्नदर्शी,स्वतंत्रतासेनानी,विद्वान,पंथनिरपेक्ष,विचारक,सुप्रसिद्धशिक्षाविदथे।इसीकारणभारतकेप्रथमशिक्षामंत्रीकीजयंतीसंपूर्णराष्ट्रराष्ट्रीयशिक्षादिवसकेरूपमेंमनाताहै।

मौलानासाहबहमारीआजादीकीलड़ाईमेंउनमहाननेताओंमेंसेथे,जिन्होंनेआजादीकेसंघर्षसेपहलेऔरउसकेबादभारतकीएकताकापक्षलिया।पंथनिरपेक्षमूल्योंमेंउनका²ढ़विश्वासथा।खिलाफतआंदोलनमेंउनकीभागीदारीनेउन्हेंमहात्मागांधीजीकेनिकटआनेकाअवसरदिया।उन्होंनेएकराष्ट्रीयनेताकेरूपमेंसांप्रदायिकताकेखिलाफकड़ारुखअपनाया।उन्होंनेसमाजवादकेसिद्धांतकाभीसमर्थनकिया।

समानतातथाक्षमताकेलिएउनकीप्रतिबद्धताकेकारणवेनेहरूजीकेबहुतकरीबहोगएथेऔरवहउन्हेंप्यारसेÞमीर-ए-कारवांÞअर्थातकारवांकामुखियाकहतेथे।मौकेपरलक्ष्मीकांतगुप्ता,सिधेश्वरनाथविश्वकर्मा,विनोदकुमारपासवान,सुनीलकुमार,उत्सवराज,बासुजी,रविरौशन,धीरजकुमार,मोरईस,प्रणवकुमार,अंजनीकांतओझा,अभिनवराज,अजयतांतीआदिनेभीअपनेविचारोंकोसामनेरखा।