सूखा चांदन-ओढ़नी, बांका की प्यास बढ़ी

बांका।इसबारफाल्गुनमेंहीबांकाजिलाकीसभीबड़ीनदियांसूखगईहै।चांदन,ओढ़नी,गेरूआ,बदुआ,चीर,सुखनिया,लोहागढ़,डकाई,कतरियाआदिनदियोंकीजलधाराचैतमेंएक-एककरसूखगई।सारीनदियांकबसूखगईकिसीकोपतातकनहींचला।तेजपछुआकेबीचसूखीनदियोंकारूपअभीहीखतरनाकहोगयाहै,जबकिअभीचैत,बैसाखऔरजेठकीआगआसमानसेबरसनाबांकीहै।आमजनकेसाथपशु-पक्षियोंकेदिनचर्यापरइसकाअसरपड़नेलगाहै।

नदियांसूखनेकाअसरजिलाकेभूगर्भजलस्तरपरपड़ाहै।कईइलाकोंमेंचापानलफेलहोनेलगाहै।सिचाईबोरिगफेलहोनेसेसब्जीकीखेतीकाभीबुराहालहै।किसानोंकेपासफसलबचानेकाकोईउपायनहींहै।नदियांसूखतेहीचांदननदीकिनारेवालेगांवोंमेंचापानलनेपानीदेनाबंदकरदियाहै।बांका,बौंसीऔरअमरपुरप्रखंडकेनदीकिनारेवालेगांवोंमेंधीरे-धीरेपेयजलसंकटगहरानेलगाहै।लोकस्वास्थ्यअभियंत्रणसंगठनकेमुताबिकपिछलेमहीनेभरमेंजिलाकाजलस्तरऔसतन20फिटतकनीचेसरकगयाहै।अमरपुरमेंजेठौरकेसमीपकिसानश्रीधरमरीक,सिकंदरमंडलआदिनेबतायाकिआसपासगांवोंमेंसिचाईबोरिगकेसाथपीनेकाचापानलभीलगातारफेलहोरहाहै।

इससालरिकार्ड1190मिमीबारिशकेबादयहहाल

जिलामेंपिछलेदोदशकमेंसर्वाधिकबारिश2020मेंहुईहै।कृषिविज्ञानकेंद्रकीमौसमविज्ञानीजुबूलीसाहूनेबतायाकिपिछलेसालमईसेसितंबरतकहरमहीनेअच्छीबारिशहुई।जिलाकासामान्यवर्षापात1156मिमीहै।इतनीबारिशहालकेवर्षोंमें2014कोछोड़करकभीनहींहुई,लेकिनपिछलेसालजनवरीसेदिसंबरतक1190मिमीबारिशहोगईहै।इससेअक्टूबरतकअधिकांशताल-तलैयालबालबथा।निश्चितरूपसेनदियोंसेबालूउठजानेसेभीजलस्तरतेजीसेनीचेगिररहाहै।नदीमेंबालूरहनेपरयहजलस्तरकोमेंटेनरखताथा।

अक्टूबरकेबादबारिशबिल्कुलबंदहै।सबसेबड़ेचांदनडैममेंभीपानीनहींहै।इससेनदीकीधारासूखगईहै।निश्चितरूपसेनदीसूखनेकेबादआसपासगांवोंकाभूगर्भजलस्तरतेजीसेगिरेगा।इससेआनेवालेमहीनेमेंलोगोंकीपरेशानीकाफीबढ़सकतीहै।बिनाबारिशअबकोईउपायनहींहै।

विनोदकुमार,कार्यपालकअभियंता,सिचाईप्रमंडल